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Showing posts from December, 2018
Desh Bhakti Shayari, lutera hai agar azad to लुटेरा है अगर आजाद तो अपमान सबका है, लुटी है एक बेटी तो लुटा सम्मान सबका है, बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की, लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है। 
Watan ki mohabbat mein khud ko tapaye baithe hai, Marege watan ke liye shart maut se lagaye baithe hain! 

Village Shayari

क्या कहा है किसी ने गाँव को गाँव रहने दो साहब क्यों शहर बनाने में तुले हुए हो गाँव में रहोगे तो माता-पिता के नाम से जाने जाओगे और शहर में रहोगे तो मकान नंबर से पहचाने जाओगे